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'कांग्रेस का लश्कर से क्या रिश्ता', जम्मू रैली में अमित शाह ने विपक्ष पर किए ये 8 वार

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'कांग्रेस का लश्कर से क्या रिश्ता', जम्मू रैली में अमित शाह ने विपक्ष पर किए ये 8 वार

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की फाइल फोटो
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की फाइल फोटो

अमित शाह बीजेपी के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर आज जम्मू पहुंचे हैं.

    जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की 'दोस्ती' टूटने और महबूबा सरकार गिरने के अमित शाह पहली बार जम्मू पहुंचे. शनिवार को उन्होंने जम्मू में बीजेपी की एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. कश्मीर में बीजेपी के पीडीपी से समर्थन वापस लेने का जिक्र करते हुए अमित शाह ने सवाल किया, "कांग्रेस बताए कि उनकी पार्टी और लश्कर में क्या संबंध है? क्योंकि, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का बयान आते ही लश्कर-ए-तैयबा ने उसका समर्थन कर दिया."

    अमित शाह बीजेपी के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर आज जम्मू पहुंचे हैं. उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी में अगर हिम्मत है, तो वो अपने नेताओं से सवाल पूछें. कश्मीर में हालत ऐसे हुए कि शांति बहाल नहीं हो पाई और जवान औरंगजेब और पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या की गई, विकास का संतुलन महबूबा सरकार में बिगड़ गया और जम्मू-लद्दाख से कश्मीर सरकार ने भेदभाव किया. शाह ने कहा कि उनकी पार्टी राष्‍ट्रहित के मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी.

    कश्मीर में 4 आतंकियों के पीछे मारे जाते हैं 20 नागरिकः गुलाम नबी आजाद

    बता दें कि कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने हाल ही में कहा था कि केंद्र सरकार की दमनकारी नीति का सबसे अधिक नुकसान आम जनता को भुगतना पड़ता है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में चार आतंकियों को मारने के लिए 20 सिविलियंस को मार दिया जाता है. आजाद के इस बयान का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने समर्थन किया था.

    पढ़ें, अमित शाह के भाषण की खास बातें:-

    >> अमित शाह ने कहा, "देश में अगर किसी राजनीतिक पार्टी की सरकार गिरती है, तो वह (कांग्रेस) अफसोस जताती है, लेकिन सिर्फ बीजेपी एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसकी सरकार गिरती है, तो भारत माता की जय के नारे लगाकर उसका स्वागत किया जाता है."

    >> अमित शाह ने कहा, "डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के किए गए आंदोलनों और उनके बलिदान का ही नतीजा है कि जम्मू-कश्मीर से परमिट व्यवस्था को खत्म किया गया."

    >> उन्होंने कहा, "पहले जम्‍मू-कश्‍मीर में तिरंगा नहीं पहरा सकते थे. यहां अलग प्रधानमंत्री बैठता था. श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी ने इस मुद्दे को उठाया था. उन्‍होंने जब तिरंगा फहराने की कोशिश की, उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया. जम्‍मू की जेल में उनकी हत्‍या कर दी गई."

    >>शाह ने कहा, "जम्‍मू-कश्‍मीर से हमारा दिल और खून का रिश्‍ता है. क्‍योंकि हमारे पूर्वजों ने इसे खून से सींचा है. हमारी पार्टी राष्ट्रहित के आगे कोई समझौता नहीं करेगी."




    >>बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, "बीजेपी जम्‍मू-कश्‍मीर को कभी भारत से टूटने नहीं देगी. कश्‍मीर भारत का अभिन्न हिस्‍सा है. कांग्रेस को अपने नेताओं के बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए, लेकिन वो माफी नहीं मांगेंगे."

    >>उन्होंने कहा, "मैं 1 साल पहले यहां आया था. उस वक्‍त हमारी गठबंधन की सरकार थी. अब आया हूं तो हमारी सरकार नहीं है. हमारे लिए सरकार कोई मायने नहीं. हमारे लिए जम्‍मू का विकास और सलामती मायने रखती है."

    >> शाह ने कहा, "14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को 3 लाख करोड़ रुपये देने का प्रावधान किया है."

    >>बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, "जो 70 साल में नहीं हुआ वह मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए करने का प्रयास किया, लेकिन राज्य की सरकार द्वारा कोई विकास का कार्य आगे नहीं बढ़ाया गया."