हाथी ने महिला को पटक-पटक कर मार डाला, पति ने भाग कर बचाई जान
इन तीन वर्षो में वन विभाग करोड़ों की राशि फसल मुआवजे में देने के अलावा 40 लाख रुपये मृतकों के परिजनों को और 70 लाख से ज ...अधिक पढ़ें
- News18 Chhattisgarh
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छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में हाथियों का आंतक थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीती सोमवार की रात इसी कड़ी में एक और घटना का इजाफा हो गया. महासमुंद वन परिक्षेत्र के ग्राम बेलर निवासी दयालु ध्रुव अपनी पत्नी के साथ साइकिल से सिंघी जा रह था. इसी दौरान अरण्ड के जंगल में हाथी उसकी पत्नी को खींच कर ले गए और कुछ दूर ले जाकर पटक-पटक के मौत के घाट उतार दिया. महिला बंसता ध्रुव का शव हाथी के पटकने और कुचलने से पूरा क्षत विक्षत हो गया. महिला का पति दुकालू ध्रुव ने किसी तरह वहां से भाग कर अपनी जान बचाई.
घटना के बाद गांव वाले सूचना पर वहां पहुंचे तो महिला का शरीर बिखरा देख इसकी सूचना खल्लारी पुलिस और महामुंद वन परिक्षेत्र के अधिकारियों को दी. सूचना के बाद पहुंचे अधिकारी कर्मचारियों ने महिला के शव का पंचनामा कर पीड़ित परिवार को 25 हज़ार की तत्कालीन सहायता मुहैया कराई. इस घटना के बाद आस-पास के इलाके में दहशत फैल गई. स्कूलों में भी बच्चों को छुट्टी दे दी गई. इन हाथी की लोकेशन वर्तमान में वहीं आस-पास के जंगल में बताई जा रही है.
विदित हो कि बीते तीन सालों में अब तक हाथी हमले से यह 14वीं मौत है तो वहीं करीब 20 लोग घायल हुए हैं. महासमुंद जिले में अभी तक सिरपुर क्षेत्र हाथियों से प्रभावित था लेकिन बीते कुछ दिनों से हाथियों का दल अलग अलग विचरण पर है, जिससे खतरा बढ़ता जा रहा है. महासमुंद वन परिक्षेत्र में 21 हाथी,पिथौरा व बसना परिक्षेत्र में 3 हाथी मौजूद हैं. इन तीन वर्षो में वन विभाग करोड़ों की राशि फसल मुआवजे में देने के अलावा 40 लाख रुपये मृतकों के परिजनों को और 70 लाख से ज्यादा की राशि कुनकी हाथी को प्रशिक्षित करने में खर्च कर चुका है पर आज तक यहां के ग्रामीणों को हाथियों के आंतक से छुटकारा नहीं मिल पाया है.
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