मोरयाई छठ: जानिए इस दिन कैसे करना है सूर्य देवता को प्रसन्न

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मोरयाई छठ: जानिए इस दिन कैसे करना है सूर्य देवता को प्रसन्न

प्रतीकात्मक तस्वीर

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इस बार यह पर्व 15 सितंबर, शनिवार को है.

  • News18Hindi
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    मोरयाई छठ का व्रत भाद्रपद शुक्ल षष्ठी को किया जाता है. भगवान सूर्य को समर्पित यह दिन सूर्य उपासना एवं व्रत रखने के लिए विशेष महत्व रखता है. इस बार यह पर्व 15 सितंबर, शनिवार को है. इसे सूर्य षष्ठी व्रत या मोर छठ के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है, लेकिन अगर किसी कारणवश गंगा स्नान संभव न हो तो घर पर ही नहाने के पानी में कुछेक मात्रा में गंगा जल डालकर स्नान किया जा सकता है. सूर्य उदय होते ही भगवान सूर्यदेव की उपासना की जाती है.

    हर व्रतधारी को मोरयाई छठ व्रत पूर्ण श्रद्धा एवं भक्तिपूर्वक रखना चाहिए. भाद्रपद शुक्ल षष्ठी तिथि को जब तक सूर्य देवता प्रत्यक्ष रूप दिखाई न दें, तब तक सूर्य उपासना नहीं करना चाहिए. इस दिन पंचगव्य का सेवन अवश्य करना चाहिए. दिन भर में एक बार नमक रहित भोजन करना चाहिए.

    सूर्यदेव को लाल रंग प्रिय है, अत: इस दिन उन्हें गुलाल, लाल चंदन, लाल पुष्प, केसर, लाल कपड़ा, लाल फल, लाल रंग की मिठाई अर्पित करें. भाद्रपद शुक्ल षष्ठी के दिन यह व्रत करने से मनुष्य को अश्वमेध यज्ञ जितना फल प्राप्त होता है. भगवान सूर्य को समर्पित यह व्रत करना चाहिए लेकिन भाद्र माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को इस व्रत को करने का विशिष्ट महत्व है.

    ऐसे करें सूर्यदेवता को प्रसन्न
    * इस दिन सूर्य देव के विभिन्न नाम तथा सूर्य मंत्रों का जप अवश्य करना चाहिए
    * श्रद्धापूर्वक व्रत रखें.
    * गंगा स्नान का विशेष महत्व है, जो जातक गंगा स्नान करने नहीं जा सकते वो घर पर ही नहाने के पानी में कुछ बूंदे गंगा जल डाल कर स्नान करें.
    * सुबह सूर्य देव के उदय होते ही सूर्योपासना करें. ध्यान रखें जब तक सूर्य देव प्रत्यक्ष दिखाई न दें तब तक सूर्योपासना न करें.
    * सूर्यों मंत्रों का जाप करें.

    - ऊं घृ‍णिं सूर्य्य: आदित्य:
    - ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा..
    - ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:.
    - ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ.
    - ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः.

    सूर्य को अर्घ्य देते समय इस मन्त्र का जाप करें.
    - एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते. अनुकम्पय मां देवी गृहाणार्घ्यं दिवाकर.

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    Tags: Religion

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