108 एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल : या तो मांगें मनवाएं या जेल जाएंगे
सरकार ने मरीजों को असुविधा न हो होमगार्ड के जवानों को इन एंबुलेंस के संचालन के लिए लगाया है.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated :
हिमाचल प्रदेश के 108 और 102 एम्बुलेंस कर्मचारी सरकार की ओर से एस्मा लगाने के बाद भी हड़ताल पर डट हुए हैं. हिमाचल सचिवालय के समीप धरना दे रहे हैं.
प्रदेश भर के करीब 500 एम्बुलेंस कर्मचारी धरने में भाग ले रहे हैं, जिसमें महिलाएं भी शामिल है. कर्मचारियों का कहना है कि मांगें पूरी होने के बाद ही वह हड़ताल वापस लेंगे.
कर्मचारियों ने कम्पनी पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्हें पिछले चार साल से न तो वेतन वृद्धि हुई है और न पिछले तीन महीन से वेतन. कम पैसों में घर का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो रहा है.
वहीं, कई कर्मचारियों की पिछले कई साल से नाइट शिफ्ट चल रही है, वह भी बिना छुट्टी के. एम्बुलेंस कर्मियों ने साफ़ कहा कि वह एस्मा से डरने वाले नहीं हैं और जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक विरोध जारी रहेगा.
एम्बुलेंस कर्मियों ने हड़ताल के लिए प्रदेश सरकार को भी जिम्मेवार ठहराया और कहा कि सरकार के समक्ष कई बार उन्होंने मामला उठाया, लेकिन कोई समाधान नहीं किया गया.
यूनियन के सचिव पूर्ण चंद ने आरोप लगाया कि कम्पनी कर्मचारियों का शोषण कर रही है. 12 घंटे तक काम लिया जाता है और वेतन भी पूरा नहीं दिया जाता है. बीते चार दिन से ये कर्मी हड़ताल पर हैं. सरकार ने मरीजों को असुविधा न हो होमगार्ड के जवानों को इन एंबुलेंस के संचालन के लिए लगाया है.
.
Tags: 108 ambulance, Himachal pradesh, Shimla