madhya-pradesh
  • text

PRESENTS

sponser-logo

भारत के रहने लायक बेहतरीन शहरों में इंदौर और भोपाल भी शामिल

FOLLOW US
TEXT SIZE
SmallMediumLarge
SHARE
होम / न्यूज / मध्य प्रदेश / भारत के रहने लायक बेहतरीन शहरों में इंदौर और भोपाल भी शामिल

भारत के रहने लायक बेहतरीन शहरों में इंदौर और भोपाल भी शामिल

होलकर साइंस कॉलेज की फाइल फोटो- Photo Credit- Facebook
होलकर साइंस कॉलेज की फाइल फोटो- Photo Credit- Facebook

मंत्रालय ने सोमवार को दिल्ली में ये सूची जारी की. देश में सबसे बेहतर रहने लायक शहरों की सूची में इंदौर आठवें और भोपाल द ...अधिक पढ़ें

    मध्य प्रदेश के इंदौर और भोपाल रहने लायक शहर हैं. दोनों शहर देश के बेहतरीन 10 शहरों में शुमार हैं. ऐसा केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय का मानना है. मंत्रालय ने देश के सबसे अच्छे रहने लायक शहरों की सूची जारी की है. जिसमें इंदौर और भोपाल ने दिल्ली को पछाड़कर ये मुकाम हासिल किया. दिल्ली इस सूची में 65वें स्थान पर है.

    मंत्रालय ने सोमवार को दिल्ली में ये सूची जारी की. देश में सबसे बेहतर रहने लायक शहरों की सूची में इंदौर आठवें और भोपाल दसवें नंबर पर हैं. टॉप-10 बेहतर शहरों में पुणे, नवी मुंबई, ग्रेटर मुंबई, तिरुपति, चंडीगढ़, ठाणे, रायपुर, इंदौर, विजयवाड़ा और भोपाल हैं. इन शहरों को सबसे बेहतर रहने लायक शहर घोषित किया गया है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने इन शहरों को घोषणा की.

    केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्रालय ने कुल 111 शहरों की सूची जारी की है. इनमें टॉप तीन शहरों में महाराष्‍ट्र का पुणे, नवी मुंबई और ग्रेटर मुंबई सबसे बेहतर शहर बताए गए हैं. मध्‍य प्रदेश के इंदौर और भोपाल को भी टॉप-10 में जगह मिली है. जबकि छत्‍तीसगढ़ का रायपुर और आंध्रप्रदेश का विजयवाड़ा भी 10 अच्‍छे शहरों में शुमार है.

    मज़ेदार बात ये है कि देश की राजधानी दिल्‍ली इस मामले में फिसड्डी रह गयी. उसे इस सूची में 65वीं रैंक मिली है. जबकि इस सूची में उत्‍तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू और कर्नाटक का एक भी शहर टॉप-10 में जगह नहीं बना सका है.

    ये भी पढ़ें - एक शहर की सक्सेस स्टोरी, जानिए- इंदौर कैसे बना देश का सबसे साफ शहर

    इस वजह से राहुल गांधी मध्य प्रदेश में कम जन सभाएं करेंगे

    भोपाल शेल्टर होम केस में बड़ा खुलासा, बॉयज हॉस्टल के नाम पर सरकार दे                                       रही थी अनुदान

    Tags: Smart City Project