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लातेहार में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हुई थी MDM योजना, अब बंद होने के कगार पर

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लातेहार में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हुई थी MDM योजना, अब बंद होने के कगार पर

बंद होने के कगार पर एमडीएम योजना
बंद होने के कगार पर एमडीएम योजना

स्कूलों को मध्याह्न भोजन के लिए एफसीआई से चावल मिलता है. परंतु गत अप्रैल माह से ही स्कूलों को चावल का आवंटन नहीं हो पाय ...अधिक पढ़ें

    लातेहार में मिड डे मील योजना बंद होने के कगार पर पहुंच गया है. अनाज की कमी के कारण स्कूल में बच्चों को मध्याह्न भोजन नहीं मिल रहा है. जिले के सभी सरकारी स्कूलों में अनाज का स्टॉक लगभग खत्म होने पर है. कई स्कूलों में मध्याह्न भोजन बंद भी हो गया.

    बता दें कि झारखंड में मध्याह्न भोजन योजना लातेहार जिले में ही पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आरंभ किया गया था. अब यहीं यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. दरअसल स्कूलों को मध्याह्न भोजन के लिए एफसीआई से चावल मिलता है. परंतु गत अप्रैल माह से ही स्कूलों को चावल का आवंटन नहीं हो पाया है. पूर्व के आवंटन से जैसे-तैसे काम चला, परंतु अब व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है.

    जानकारी के अनुसार पहले शिक्षक या संयोजिकाओं के द्वारा गोदाम से चावल का उठाव किया जाता था. परंतु अब सरकार ने स्कूल के चावल का उठाव भी पीडीएस डीलर को सौंप दिया है. इस नई व्यवस्था की सूचना कई शिक्षकों और डीलरों को भी नहीं है. वहीं आवंटन नहीं होने के कारण भी उठाव नहीं हो पा रहा है. इससे स्कूलों में चावल का स्टॉक खत्म होने के कगार पर है.

    सदर प्रखंड के सासंग स्कूल के प्रधानाध्यापक का कहना है कि फिलहाल किसी प्रकार से बच्चों को खिचड़ी मिल रही है, लेकिन जल्दी ही ये बंद हो जाएगा. जिला शिक्षा अधीक्षक मसुदी टुडू ने कहा कि स्कूलों में चावल का स्टॉक कम हुआ था. परंतु किसी स्कूल में भोजन बंद नहीं हुआ. अब आवंटन आ गया है. डीलर उठाव कर रहे हैं. जल्द ही स्कूलों की समस्या समाप्त हो जाएगी.

    (विकास की रिपोर्ट)

     

    Tags: Jharkhand news, Latehar news