bihar
  • text

PRESENTS

sponser-logo

मुंगेर में मिला अत्याधुनिक एके-47, हथियार तस्करों की तलाश में पुलिस

FOLLOW US
TEXT SIZE
SmallMediumLarge
SHARE
होम / न्यूज / बिहार / मुंगेर में मिला अत्याधुनिक एके-47, हथियार तस्करों की तलाश में पुलिस

मुंगेर में मिला अत्याधुनिक एके-47, हथियार तस्करों की तलाश में पुलिस

मुंगेर में बरामद अत्याधुनिक हथियार और उसके पार्ट्स
मुंगेर में बरामद अत्याधुनिक हथियार और उसके पार्ट्स

हाल के दिनों में जमालपुर थाना क्षेत्र के जुबली वेल के पास एक हथियार तस्कर के पास तीन एके-47 हथियार और भारी संख्या में ...अधिक पढ़ें

    देश भर में मुंगेर जिला अवैध छोटे कंट्री मेड हथियारों की मंडी के नाम से प्रचलित है. अब यह अत्याधुनिक हथियारों की मंडी भी बनता जा रहा है. मुंगेर में अत्याधुनिक हथियार एके-47 का मिलना इस बात का सबूत है. एक और एके-47 मिलने से जहां जिला पुलिस प्रशासन के कान खड़े हैं. वहीं दूसरी ओर हथियार सप्लाय करने वाला मध्य प्रदेश के जबलपुर के हथियार तस्करों से भी इस सिंडिकेट को जोड़ने में जुटा हुआ है. दोनों राज्यों की पुलिस एक-दूसरे से सम्पर्क में है. इस मामले की जांच एनआईए को सौंपने की तैयारी कर रही है.

    मुंगेर जिला एक ओर संस्कृति एवं सभ्यता की धनी है, वहीं दूसरी ओर अवैध हथियारों की मंडी के नाम से विख्यात. यहां के हथियार निर्माता के हाथों में इतने हुनर है कि कोई भी हथियार बना सकता है. पुलिस की लगातार छापेमारी के कारण अब यहां के अवैध हथियार का उद्योग धंधा दूसरे राज्यों में फल-फूल रहा है. दूसरे राज्यों से लोग यहां की मंडी में आते और मनपसंद हथियार खरीदते हैं. क्योंकि मुंगेर में जो हथियार की फिनिशिंग की जाती है, वो किसी अन्य राज्यों में नहीं आसानी से नहीं मिलता.

    अवैध हथियार के धंधे से जुड़े लोग दूसरे राज्यों में असलहे निर्माण करवाते हैं और मुंगेर के कुशल कारीगरों से उसकी फिनिशिंग करवाते हैं. इसके बाद दूसरे राज्यों में ऊंचे दाम पर बेचकर मुनाफा कमाते हैं. हाल के दिनों में जमालपुर थाना क्षेत्र के जुबली वेल के पास एक हथियार तस्कर के पास तीन एके-47 हथियार और भारी संख्या में उसके पार्ट्स मिलने की घटना ने मुंगेर पुलिस सहित पूरे देश के प्रशासनिक महकमा में हलचल मचा दी है.

    मुंगेर पुलिस अब तफ्तीश में जुटी है कि आस-पास जिलों में कितने हथियार तस्करों ने एके-47 की डिलिवरी कर दी है. क्या मुंगेर से दूसरे जिले के कुख्यात अपराधियों या नक्सलियों को तो एके-47 नहीं बेचा गया है. वैसे तो मुंगेर पुलिस ने एके-47 हथियार के मामले को लेकर एक टीम जबलपुर भेजी है. ये पता करने के लिए कि आखिर मध्य प्रदेश से हथियार कैसे मुंगेर पहुंचा. अगर मुंगेर में हथियार पहुंचा तो किन-किन लोगों को एके-47 दिया गया.

    इस मामले को लेकर जिला एसपी बाबू राम की मानें तो मुंगेर की एक टीम जबलपुर गयी है और जल्द ही इस मामले का खुलासा हो जायेगा. उन्होंने कहा कि मुंगेर पुलिस ये जानकारी ले रही है कि इमरान कितनी बार एके-47 लेकर मुंगेर आया और कितनी संख्या में लेकर आया था. इस नेटवर्क में कौन-कौन से लोग जुड़े हुए हैं. एसपी ने कहा कि पुलिस इस मामले को लेकर सतर्क है. यहां गोपनीय तरीके से यह काम किया जा रहा है.

    उन्होंने कहा कि मुंगेर जिला नक्सल प्रभावित है. ऐसे में ये जांच करना जरूरी है कि कहीं एके-47 नक्सलियों को तो नहीं दिया गया. एसपी ने कहा कि पुलिस के लिए यह एक चुनौती है. इस तरह जिले में एके-47 मिलने के बहुत खतरे हैं. अपराधियों से लेकर नक्सलियों तक ये हथियार जा सकते हैं. इस मामले को लेकर मुंगेर पुलिस अन्य राज्यों के पुलिस और अन्य एजेंसियों का सहयोग लेकर इस मामले की जड़ तक जाएगी.

    उन्होंने कहा कि गिरफ्तार इमरान की संपति का पता किया जा रहा है. जल्द ही पुलिस स्पीड ट्रायल के जरिए उसकी संपति का ब्योरा ईडी को देगी. साथ ही इस मामले में संल्पित अन्य अभियुक्त की संपति का भी पता किया जा रहा है.

    जिले में भारी मात्रा में एके-47 मिलने को लेकर मुंगेर बंदूक कारखाना के निर्माणकर्ता की मानें तो जिले में इस तरह के हथियार मिलना एक हैरतअंगेज घटना है. उनका कहना है जिले में जिस तरह का एके-47 का मिला है वैसा हथियार बनाना हिंदुस्तान के किसी भी प्राइवेट हथियार निर्माण करनेवाली कंपनियों की क्षमता नहीं है.

    उन्होंने कहा कि कंप्यूटर निमियूरीकल मशीन के बिना एके-47 नहीं बनाया जा सकता. उन्होंने कहा जैसा हथियार मिला है उससे पता चलता है कि निश्चित रूप से इस क्षेत्र में काम कर रही सरकारी कंपनियों को सप्लाय करने वाली डीआईपी से लाइसेंस प्राप्त बड़ी कंपनियां ही वैसा हथियार बना सकती है. उसके यहां से बॉडी और कल-पुर्जे अगर प्राप्त हो जाते हैं तो निश्चित रूप से मुंगेर के कुशल कारीगर इसके फिटिंग कर सकते हैं.

    उन्होंने कहा कि मुंगेर हथियारों की मंडी के नाम से जाना है. यहां 9 एमएम पिस्टल और अलग-अलग तरह के कई अवैध हथियार बनते हैं. इसलिए हथियार तस्करो की पसंद मुंगेर है. अब दूसरे राज्यों से लाकर यहां एके-47 बेचा जा रहा है. क्योंकि पुरे देश के लोग जानते हैं कि मुंगेर आर्म्स का बड़ा बजार है. आज के अपराधी नए हथियारों से लैस होना चाहते हैं.

    बता दें कि मुंगेर में पुलिस की ओर से जिले में लगातार अवैध हथियार निर्माणकर्ता और तस्कर के खिलाफ छापेमारी चलती रहती है. इस दौरान पुलिस ने कई ऐसे भी हथियार बरामद किये जो विदेशी हैं. इसके अलावा एके-47 के पार्ट्स भी मिले हैं. अगर जिले की बात करे तो यहां के हथियार तस्करों के तार पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, नागालैंड और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं. इस कारण कई ऐसे हथियार के पार्ट्स पुलिस को मिले है, जो हिंदुस्तान में नहीं बल्कि विदेशो में मिलते हैं.