फोर्टिस की नींव रखने वाले सिंह भाइयों के बीच कलह! छोटे ने बड़े पर लगाए ये आरोप
शिविंदर ने अपने भाई पर फोर्टिस, आरएचसी होल्डिंग और रेलिगेयर के मैनेजमेंट में गड़बड़ी का आरोप लगाया है.
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कॉरपोरेट जगत में पारिवारिक कलह का नया मामला सामने आया है. फोर्टिस हेल्थकेयर के फाउंडर शिविंदर सिंह ने अपने बड़े भाई मलविंदर सिंह के खिलाफ एनसीएलटी में मामला दर्ज कराया है. शिविंदर ने अपने भाई पर फोर्टिस, आरएचसी होल्डिंग और रेलिगेयर के मैनेजमेंट में गड़बड़ी का आरोप लगाया है.
शिविंदर ने रेलिगेयर के पूर्व चेयरमैन सुनील गोधवानी के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया है. उनका आरोप है कि मलविंदर और सुनील गोधवानी ने कंपनी के हितों से खिलवाड़ किया है. (ये भी पढ़ें-बैंक का कर्ज नहीं चुकाने वालों का पासपोर्ट होगा जब्त!)
क्या है मामला
शिविंदर ने लिखा है, 'दो दशक से लोग मलविंदर और मुझे एक दूसरे का पर्याय समझते थे. हकीकत यह है कि मैं हमेशा उनका समर्थन करने वाले छोटे भाई की तरह था. मैंने सिर्फ फोर्टिस के लिए काम किया. 2015 में राधास्वामी, ब्यास से जुड़ गया. मैं भरोसेमंद हाथों में कंपनी छोड़ गया था. लेकिन दो साल में ही कंपनी की हालत खराब हो गई. परिवार की प्रतिष्ठा के कारण अब तक चुप रहा. ब्यास से लौटने के बाद कई महीनों से कंपनी संभालने की कोशिश कर रहा था, लेकिन विफल रहा.'
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फोर्टिस को बेच दिया
आपको बता दें कि फोर्टिस हेल्थकेयर के शेयरधारकों ने आईएचएच हेल्थकेयर द्वारा कंपनी के अधिग्रहण पर अपनी मुहर लगा दी है. 13 जुलाई को मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर बेरहाड ने फोर्टिस हेल्थकेयर को अपनी झोली में डालने की होड़ में मणिपाल-टीपीजी को पीछे छोड़ दिया था. आईएचएच के प्रस्ताव के अनुसार, वह नकदी की किल्लत से जूझ रही फोर्टिस में आईएचएच 40 अरब रुपये का निवेश करेगी.
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