भूत का डर भगाने के लिए पूरी रात श्मशान में सोया TDP विधायक
पलाकोले से टीडीपी विधायक निमलला राम नायडू ने श्मशान घाट में ही रात का भोजन किया, जिसके बाद वे वहीं फोल्डिंग बेड पर सो ग ...अधिक पढ़ें
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आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले में एक श्मशान घाट के निर्माण में हो रही देरी से परेशान टीडीपी विधायक ने शुक्रवार को एक अनोखा काम किया. टीडीपी विधायक ने शुक्रवार रात पलाकोले के 'हिंदू स्मसना वटिका' श्मशान घाट में गुजारी, ताकि श्मशान घाट में निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों को यह विश्वास हो सके कि भूत जैसी कोई चीज नहीं होती.
पलाकोले से टीडीपी विधायक निमलला राम नायडू ने सोने से पहले रात का भोजन भी श्मशान घाट में ही किया. सुबह उठकर वह अपने घर गए और दिन में निर्माण कार्य का जायजा लेने के वापस लौटे.
मीडिया से बात करते हुए निमलला राम नायडू ने कहा, "मैं आने वाले दो-तीन दिनों तक उसी जगह पर सोने वाला हूं. ताकि श्रमिकों के मन से आत्मा का डर भाग जाए, वरना वे श्मशान घाट में आने से डरते हैं."
दरअसल इस श्मशान घाट के आधुनिकीकरण के लिए एक साल पहले 3 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे, लेकिन श्रमिकों के मन में भूत का डर होने की वजह से निर्माण कार्य की रफ्तार बहुत धीमी है. श्मशान में अकेले सोने से पहले नायडू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अधिकारियों और ठेकेदारों ने लंबे वक्त से अटके काम को बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
उन्होंने एक और कारण बताया कि श्मशान घाट में दिनभर मृत शरीर जलते रहते हैं, श्रमिक जब मिट्टी खोदते हैं तो आधे जले हुए अंग ऊपर दिखाई देते. वे इस वजह से भी भयभीत रहते हैं कि आत्मा उन्हें परेशान करेगी. उन्होंने कहा कि इसीलिए उन्होंने श्मशान में सोने का फैसला लिया ताकि उन्हें श्रमिकों को विश्वास दिलाया जा सके कि आत्मा जैसा कुछ भी नहीं होता.
नायडू बताते हैं, "मैं रातभर श्मशान के परिसर में सोया रहा और इससे काम बन गया. शनिवार को काम शुरू करने के लिए 50 श्रमिक लौट आए." इसके साथ ही उन्होंन आशा व्यक्त की कि अगले कुछ दिनों में अधिक लोग काम पर आएंगे.
जब नायडू से पूछा गया कि उन्हें श्मशान में सोने में क्यो कोई परेशानी हुई तो उन्होंने कहा कि वहां बहुत अधिक मच्छर हैं. टीडीपी विधायक ने कहा कि वह आने वाले दिनों में मच्छरदानी लेकर श्मशान घाट में सोने के लिए जाएंगे.
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