निजी नर्सिंग होम ने नहीं किया इलाज, गरीब विधवा के बच्चे ने तोड़ा दम
बरकाकाना जीआरपी थाना के टोरी चंदवा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में बच्चे का इलाज किया जा रहा था लेकिन गरीब विधवा महिला अप ...अधिक पढ़ें
- News18 Jharkhand
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झारखंड में पैसे के अभाव में इलाज आज भी डॉक्टर नहीं करते.एक ओर राज्य सरकार ने स्वास्थ के नाम पर कई योजनाएं चला रखीं और करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन क्या गरीब जनता को सही स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है. इस बात का सुबूत उस वक्त मिली जब एक मां अपने मृत बच्चे के साथ बरकाकाना रेलवे स्टेशन के पास रोते बिलखते अपनी आप बीती सुनाई. उसका आरोप था कि टोरी चंदवा स्टेशन के समीप स्थित एक निजी नर्सिंग होम ने इस गरीब बच्चे का इलाज करने से इंकार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई.सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसी परिस्थिति में मात्र धनाभाव के कारण मरीज का इलाज नहीं रोका जा सकता है.
बरकाकाना जीआरपी थाना के टोरी चंदवा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में बच्चे का इलाज किया जा रहा था लेकिन गरीब विधवा महिला अपने बच्चे को इसलिये नहीं बचा सकी क्योंकि उसके पास इलाज कराने के लिए रुपये नहीं थे. इस मौत ने स्वास्थ्य मंत्री को कठघरे खड़ा कर दिया है.अगर सरकारी अस्पताल की हालत सही होती तो महिला निजी अस्पताल में इलाज कराने नहीं जाती. इस संबंध में बरकाकाना रेलवे थाना प्रभारी वकार हुसैन ने कहा कि चंदवा ट्रोरी से महिला आई है.पूछताछ में रीना देवी ने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं थे जिसके कारण डॉक्टर ने इलाज नहीं किया और नर्सिंग होम से बाहर कर दिया.
( जयंत की रिपोर्ट )
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